
शाहपुरा जिला बहाली की मांग पर भारी प्रदर्शन: 200 लोगों ने दी गिरफ्तारी, शहर बंद
शाहपुरा(मेवाड़ न्यूज) शाहपुरा जिले की बहाली की मांग को लेकर शुक्रवार को शाहपुरा में भारी प्रदर्शन हुआ। इस दौरान शहर के सभी बाजार और व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद रहे। संघर्ष समिति के नेतृत्व में निकाली गई रैली के बाद 200 लोगों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सामूहिक गिरफ्तारी दी। यह आंदोलन पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा गठित शाहपुरा जिले को वर्तमान सरकार द्वारा भंग किए जाने के विरोध में जारी है।
शाहपुरा बंद और प्रदर्शन क्यों ?
शाहपुरा जिला बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर शुक्रवार को शाहपुरा में काला दिवस मनाया गया। शहर के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान, चाय की दुकानें, अल्पाहर और सब्जी मंडी पूरी तरह से बंद रहे। संघर्ष समिति के संयोजक रामप्रसाद जाट और अध्यक्ष दुर्गालाल राजोरा के नेतृत्व में महलों का चैक से एक विशाल रैली निकाली गई, जो करीब तीन किलोमीटर लंबी थी। यह रैली एसडीओ कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन में बदल गई।
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प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिला बहाली की मांग को लेकर जोरदार आवाज उठाई। इसके बाद 200 लोगों ने सामूहिक रूप से गिरफ्तारी दी। पुलिस ने इन्हें वाहनों में बैठाकर शहर से करीब 5 किलोमीटर दूर छोड़ दिया। गिरफ्तारी देने वालों में शाहपुरा अभिभाषक संस्था के अधिवक्ता, संघर्ष समिति के नेता और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे।
जिला बहाली की मांग और आंदोलन की पृष्ठभूमि
शाहपुरा जिले को पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा गठित किया गया था, लेकिन वर्तमान सरकार ने 28 दिसंबर 2024 को इसे भंग कर दिया। तब से हर महीने की 28 तारीख को शाहपुरा में ब्लैक डे मनाया जाता है। संघर्ष समिति ने स्पष्ट किया है कि जिला बहाल होने तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
पिछले 58 दिनों से एसडीओ कार्यालय के बाहर क्रमिक अनशन और धरना प्रदर्शन जारी है। हर दिन विभिन्न समाजों और संगठनों के प्रतिनिधि धरना दे रहे हैं और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप रहे हैं।
पुलिस प्रशासन की तैयारी
शाहपुरा बंद और सामूहिक गिरफ्तारी के कार्यक्रम को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पुख्ता प्रबंध किए। पुलिस उपाधीक्षक ओमप्रकाश विश्नोई और थाना प्रभारी सुरेश चंद्र शर्मा के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। आसपास के पुलिस थानों से अतिरिक्त जवान, वज्र वाहन और वाटर कैनन की सुविधा भी मुहैया कराई गई।
इधर संघर्ष समिति के संयोजक रामप्रसाद जाट ने कहा कि यह आंदोलन जिला बहाल होने तक जारी रहेगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि शाहपुरा जिले को फिर से बहाल किया जाए और लोगों की मांगों को गंभीरता से सुना जाए।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासी और व्यापारी इस आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं। एक व्यापारी ने बताया, "जिला बहाली हमारी मांग है और हम इसे लेकर संघर्ष करते रहेंगे। सरकार को हमारी बात सुननी चाहिए।"
शाहपुरा जिले की बहाली की मांग को लेकर यह आंदोलन अब तक का सबसे बड़ा जनआंदोलन बन गया है। संघर्ष समिति और स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला बहाल होने तक यह संघर्ष जारी रहेगा। सरकार की ओर से अभी तक कोई ठोस जवाब नहीं आया है, लेकिन प्रदर्शनकारियों का मानना है कि उनकी आवाज जल्द ही सुनी जाएगी।