गुलाबपुरा में जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त, महिलाओं ने चैयरमैन के निवास पर किया प्रदर्शन
गुलाबपुरा: भीलवाड़ा जिले के गुलाबपुरा शहर में मानसून की शुरुआत होते ही नगर पालिका की सफाई व्यवस्था की पोल खुलकर सामने आ गई है। शहर के विभिन्न इलाकों में भारी जलभराव के कारण लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
हुरड़ा रोड़, निरंकारी भवन, दधिमथी साधनालय और कृष्णा नगर कालोनियों में सड़कों पर घुटने तक पानी भर गया है। जिसके कारण लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर पालिका प्रशासन ने मानसून से पहले बरसाती पानी की निकासी के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं।
इस समस्या को लेकर स्थानीय निवासी नगर पालिका कार्यालय, पालिकाध्यक्ष सुमित काल्या के निवास पर भी पहुंचे, लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिलने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। नगरपालिका के रवैये से निराश होकर हुरड़ा रोड़ पर महिलाओं ने जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और काफी समझाने के बाद जाम खुलवाया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि:
"हर साल बारिश के मौसम में यही हाल होता है। नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही के कारण हमें परेशान होना पड़ता है। हमने कई बार नगर पालिका अधिकारियों से इस समस्या के समाधान के लिए गुहार लगाई है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जलभराव के कारण हमारे घरों में पानी घुस गया है और हमारे सामान खराब हो गए हैं।"
वहीं नगर पालिका अधिकारियों का कहना है कि:
"हमने जलभराव की समस्या को गंभीरता से लिया है और जल्द ही इसका समाधान किया जाएगा। शहर के सभी नालों की सफाई का काम किया जा रहा है। जलभराव वाले इलाकों में पंप लगाकर पानी निकाला जा रहा है।"
यह समस्या न केवल गुलाबपुरा शहर की बल्कि कई अन्य शहरों की भी है। बारिश के मौसम में जलभराव एक आम समस्या बन गई है। इस समस्या के समाधान के लिए सभी संबंधित पक्षों को मिलकर काम करना होगा।
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