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भीलवाड़ा हरी शेवा उदासीन आश्रम में गुरु पूर्णिमा पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया।

भीलवाड़ा हरी शेवा उदासीन आश्रम में गुरु पूर्णिमा पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया।

  बिजयनगर (रामकिशन वैष्णव)  भीलवाड़ा  में गुरुजनों को समर्पित गुरु पूर्णिमा का पर्व हरी शेवा उदासीन आश्रम में बड़े हर्ष उल्लास एवं श्रद्धा भाव से मनाया गया। प्रातः काल महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन के सानिध्य में संत मयाराम, संत राजाराम, संत गोविंदराम, ब्रह्मचारी संत इंद्रदेव, कुणाल, सिद्धार्थ, मिहिर सहित श्रद्धालुओं ने जगद्गुरु श्री श्रीचंद्र जी महाराज, गुरुजनों की समाधियों, चरण पादुका, छड़ी साहब, आसण साहब का वैदिक मंत्रोचार के साथ पूजन अर्चन किया। पंडित सत्यनारायण शर्मा एवं पंडित मनमोहन शर्मा द्वारा मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ एवं हवन भी करवाया  गया। जिसमें यजमान के रूप में सूरत,मुंबई, बडौदा, अहमदाबाद, अजमेर आदि स्थानो से आए हुए भक्तजनों ने सम्मिलित होकर आहूतियां दी। मुख्यमंत्री  भजनलाल शर्मा के प्रतिनिधि के रूप में देवस्थान विभाग अजमेर से प्रशासनिक अधिकारी शशि शर्मा गुरु पूर्णिमा के दिन हरि शेवा उदासीन आश्रम पहुंच कर महाराज जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। ज्ञातव्य है कि सहायक आयुक्त देवस्थान विभाग अजमेर गिरीश बच्चानी के मार्फत दक्षिणा, श्रीफल, शॉल व  मुख्यमंत्री का पत्रक प्राप्त हुआ। आश्रम में भीलवाड़ा सांसद  दामोदर प्रसाद अग्रवाल, शाहपुरा विधायक  लालाराम बैरवा, रविंद्र कुमार जाजू, प्रवक्ता विनोद झुरानी, सनातन सेवा समिति के अशोक मूंदड़ा, बद्रीलाल सोमानी, सत्यनारायण श्रोत्रिय, विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल आदि के सदस्यों ने पहुंच कर स्वामी जी का आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर उपस्थित आश्रम के संतों, शिष्यों, भक्तों व श्रद्धालुओं ने हरी शेवा आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन को माल्यार्पण,श्रीफल भेंट कर पूजन अर्चन किया एवं आशीर्वाद प्राप्त किया। श्रद्धालुओं ने अपने सतगुरु बाबा आत्माराम साहब, बाबा मनीराम साहब ,बाबा कृपाराम साहब, बाबा हरिराम साहब, बाबा शेवाराम साहब, बाबा गंगाराम साहब को तिलक, चंदन केसर श्रीफल एवं पुष्प अर्पित कर शीश निवाया और सिमरन किया। महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने अपने गुरुजनों को याद कर उन्हें अपना पथ प्रदर्शक बताते हुए कहा कि गुरु पूर्णिमा का पर्व हमें अपने गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर देता है। उन्होंने अपने गुरुजनों के उपदेशों को याद करते हुए कहा कि यह सेवा सुमिरन का जो पथ है वह उन्हें अपने गुरुओं से ही प्राप्त हुआ है, जिस पर चलते हुए हरि शेवा आज अनेक प्रकार के सेवा प्रकल्प संचालित कर रहा है। आज के कार्यक्रम में आश्रम के ट्रस्टी-सचिव हेमंत वच्छानी, जीवन नानकानी, सुरेश आहूजा, जयराम अभिचंदानी, पल्लवी वच्छानी , राहुल बालानी, प्रकाश मूलचंदानी, लछमन दौलतानी, कन्हैया लाल मोरयानी, अम्बालाल नानकानी, हीरालाल गुरनानी, रतन चंदनानी,  हरीश गुरनानी, मोहन दास थावानी, किशन लाल मोरियानी, रमेश नेभवानी, धन्नालाल माली, हरीशेवा एसटीसी विद्यालय के सचिव ईश्वरलाल आसनानी, प्राचार्य कैलाश श्रोत्रिय, स्टाफ़ सहित अनेक संस्थाओ संगठनो समाज के महानुभाव प्रबुद्धजन एवं अनुयायिगण उपस्थित रहे। इस अवसर पर भंडारा प्रसाद का आयोजन हुआ तथा अन्नपूर्णा रथ के माध्यम से राहगीरो व जरूरतमंदों के लिए अन्न क्षेत्र सेवा की गई। संध्याकालीन सत्र में पूर्णिमा के अवसर पर पूज्य बाबा शेवाराम साहेब जी का मासिक प्राकट्य उत्सव भी मनाया गया। सत्संग में महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम जी ने  *संतो के साथ बेड़ा धीरे-धीरे तर गया तथा सतगुरु जी पूजा क्यूं, सतगुरु जो ध्यान धरूं*  आदि भजनो से अपने गुरुओं की स्तुति की एवं सभी से गुरु के वचनों का पालन करने को कहा। आश्रम के ब्रह्मचारी बालकों ने गुरु *तुहिन्जा वचन सुहाना और बाबा हरिराम तुहिन्जा बचड़ा आहियूं* सहित अनेक भजन गाकर गुरु की महिमा का बखान किया। श्रद्धालुओं के लिए प्रसादी का आयोजन हुआ।

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