कोठियां ग्रामीणों का एकजुट विरोध: पानी नहीं तो वोट नहीं!
शाहपुरा| पानी की किल्लत से त्रस्त कोठियां गांव के ग्रामीणों ने एकजुट होकर लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार करने का कड़ा फैसला लिया है। ग्रामीणों ने "पानी नहीं तो वोट नहीं" के नारे वाले पोस्टर भी छपवाए हैं।
ग्रामीणों के इस विरोध प्रदर्शन के बाद जलदाय विभाग हरकत में आया। विभाग के कनिष्ठ अभियंता, सुनील बंजारा, ग्रामीणों और सरपंच से बातचीत करने के लिए कोठियां ग्राम पंचायत पहुंचे। लेकिन, इस बैठक में कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका।
सरपंच ओम प्रकाश घुसर ने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें पूरे गांव में 48 घंटे के अंदर पानी की आपूर्ति चाहिए। उन्होंने कहा कि टैंकरों से पानी की समस्या का समाधान नहीं होगा, बल्कि इससे गांव में झगड़े और बढ़ सकते हैं।
उन्होंने मांग की कि पानी चंबल नदी से ही दिया जाए। वार्ड पंच महावीर बलाई ने भी ग्रामीणों की बात का समर्थन करते हुए कहा कि अरवड़ पंप हाउस से नियमित रूप से पानी की आपूर्ति की जाए।
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि जब भी उन्होंने प्रशासन से पानी की समस्या का समाधान करने की मांग की, उनकी बातों को अनदेखा कर दिया गया।
इसके बाद, जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता, सुनील बंजारा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि पेयजल संकट का समाधान करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने गांव में पेयजल टैंकर चलाने और अरवड़ बांध के कुएं की लाइन को ठीक करने का वादा किया।
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साथ ही, सरपंच घुसर ने अवैध नल कनेक्शनों को काटने की भी मांग की है।
यह देखना बाकी है कि क्या जलदाय विभाग ग्रामीणों की समस्या का समाधान कर पाता है या नहीं।