चिटफंड कंपनी के झांसे में आए पीड़ित ने दर्ज करवाया मुकदमा, पुलिस जांच में जुटी
फूलियाकलां| जय मांडल देवनारायण वीसी उपहार योजना नामक चिटफंड कंपनी के खिलाफ फूलियाकलां थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। रेलमगरा थाना क्षेत्र के जगपुरा निवासी मुन्ना नामक व्यक्ति ने यह मुकदमा दर्ज करवाया है।
पीड़ित मुन्ना ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि कंपनी ने 551 रुपये के ऑनलाइन टोकन कटवाकर लोगों को लुभाया था। मुन्ना ने 2 टोकन 551- 551 के कटवा लिए। कंपनी ने 24 फरवरी को रुपपुरा गांव में लॉटरी खोलने का वादा किया था। जब 24 फरवरी को लॉटरी नहीं खुली तो मुन्ना ने कंपनी के संचालकों से संपर्क किया। लेकिन, संचालकों ने टालमटोल करना शुरू कर दिया। इसके बाद फोन भी बंद कर लिए।
इसके बाद मुन्ना ने फूलियाकलां थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। मुन्ना ने अपनी शिकायत में 6 नामजद संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
थानाधिकारी देवराज सिंह ने बताया कि पीड़ित की रिपोर्ट के आधार पर हेमराज गुर्जर, नारायण गुर्जर, प्रभु लाल गुर्जर, श्रवण गुर्जर, महेंद्र गुर्जर एवं दीपक माली के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वही पुलिस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
साथ ही थानाधिकारी देवराज सिंह ने लोगों से अपील की है कि वे चिटफंड कंपनियों में निवेश करते समय सावधानी बरतें। उन्होंने कहा कि किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले उसकी विश्वसनीयता की जांच करें। लुभावने ऑफर के बहकावे में न आएं। यदि आपको कोई धोखाधड़ी हुई है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
यह मामला उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो चिटफंड कंपनियों में निवेश करने की सोच रहे हैं। यह भी ध्यान रखें कि चिटफंड कंपनियों में निवेश करना हमेशा जोखिम भरा होता है।चिटफंड कंपनियां अक्सर लोगों को लुभावने ऑफर देकर उनसे पैसे जमा करती हैं। इन कंपनियों में निवेश करने पर आपको अच्छा रिटर्न मिलने का वादा किया जाता है। लेकिन, कई बार ये कंपनियां धोखाधड़ी करके लोगों का पैसा हड़प लेती हैं। किसी भी कंपनी में निवेश से पूर्व कंपनी की विश्वसनीयता की जांच करें। कंपनी के रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस की जांच करें।
इन बातों का विशेष ध्यान रखे-
कंपनी के ऑफर को ध्यान से समझें।
किसी भी लुभावने ऑफर के बहकावे में न आएं।
यदि आपको कोई संदेह हो तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
यह भी ध्यान रखें कि सरकार ने चिटफंड कंपनियों पर कई तरह की पाबंदियां लगाई हैं।
चिटफंड कंपनियों में निवेश करने से पहले इन पाबंदियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त करें।