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राष्ट्रीय वॉलीबॉल के लिए राजस्थान टीम को शाहपुरा में दिया जा रहा है प्रशिक्षण

राष्ट्रीय वॉलीबॉल के लिए राजस्थान टीम को शाहपुरा में दिया जा रहा है प्रशिक्षण

 

शाहपुरा-पेसवानी| त्रिचीरापल्ली तमिलनाडु में होने वाली राष्ट्रीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता के लिए चयनित राजस्थान टीम को प्रशिक्षण शाहपुरा में दिया जा रहा है। शाहपुरा को वाॅलीबाल का केंद्र बिंदू कहा जाता है। यहां के प्रशिक्षित खिलाडी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके है। यह प्रशिक्षण 22 दिसम्बर तक शाहपुरा के स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल शाहपुरा में दिया जा रहा है। 17 वर्ष छात्रा वर्ग का प्रशिक्षण शिविर हो रहा है। चयनित राजस्थान टीम में कोमल विश्नोई, मूमल, रचना भादू, रोशना गोदारा, प्रिंसी तेली, प्रिया धाकड़, सपना नायक, अलवीरा खान, इशाना परवीन, अनिता जाट व सिया शर्मा प्रतिनिधित्व करेगी।

स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल शाहपुरा के प्राचार्य ईश्वरलाल मीणा ने बताया कि शाहपुरा में वाॅलीबाल प्रतियोगिता के प्रशिक्षण की बेहतरीन व्यवस्था होने, राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के माॅडल स्कूल में ही आयेाजित किये जाने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर चयनित टीम का प्रशिक्षण भी शाहपुरा में 17 दिसम्बर से प्रांरभ किया गया है। यह 22 दिसम्बर तक चलेगा। 

शिविर प्रभारी नरेश पाल धाभाई ने बताया कि 67 वी राष्ट्रीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता 17 वर्ष छात्रा वर्ग का प्रशिक्षण मॉडल स्कूल द्वारा दिया जा रहा है। शाहपुरा में चल रहे प्रशिक्षण शिविर में राजस्थान टीम की खिलाड़ियों को टीम मैनेजर अनिता कर्णावत व टीम कोच शोभा शर्मा द्वारा सुबह व शाम को दो सत्र में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शिविर के पश्चात टीम राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने त्रिचीरापल्ली तमिलनाडु में जाएगी।

टीम मैनेजर अनिता कर्णावत व टीम कोच शोभा शर्मा यहां प्रशिक्षण के लिए आने वाले खिलाड़ियों से लगभग आधा घंटे पहले वह हमेशा मैदान में मौजूद रहते हैं। वॉलीबॉल का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले खिलाडियों ने बताया कि हो सकता है हमें कभी-कभार देर-सवेर हो जाए। लेकिन कभी कोच को अभ्यास के लिए देर से आते नहीं देखा। शाहपुरा एवं आस पास के ग्रामीण इलाकों से वॉलीबॉल खिलाड़ियों खेप है। यहां प्रशिक्षण का उचित माहौल है। खिलाड़ी बताते है कि यह उनकी कड़ी मेहनत का नतीजा है जो हमें यहाँ तक ले आया है। उन्होंने कहा, कोच व मैनेजर हमारी युवा बेटियों को खेल के मैदान में कदम रखने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास करते रहते हैं।

सफल भविष्य देखती हूं- शर्मा

टीम कोच शोभा शर्मा ने कहा, जब भी मेरे खिलाड़ी खेलों में नाम कमाते हैं तो यह मेरे लिए खुशी की बात होती है। यह मेरा कर्तव्य और मेरा जुनून है। उन्होंने अपनी बात खत्म करते हुए कहा, मैं खेल को सफलता, बेहतर जीवन और अपने खिलाड़ियों के लिए एक सफल भविष्य के रूप में देखती हूँ।

खेल गांव बना है शाहपुरा 

उल्लेखनीय है शाहपुरा में यंग स्पोस्र्टस क्लब के सचिव एवं शाहपुरा के वाॅलीबाल कोच के प्रयासों के चलते शाहपुरा को ‘खेल गाँव’ के रूप में जाना जाने लगा है। क्योंकि इस गाँव से कई प्रतिभाशाली वॉलीबॉल खिलाड़ी निकले हैं, जो राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके हैं। धाबाई के रिटायर्ड होने के बाद भी आसपास के गाँवों के बच्चों को कोचिंग देना नहीं छोड़ा। हर सुबह महलों का चैक के खेल के मैदान में नए खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देते हुए उन्हें देखा जा सकता है। शिविर में लड़कियों को राष्ट्रीय स्तर खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

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