शाहपुरा फड़ चित्रकार विजय जोशी की मुंबई में कला प्रदर्शनी
शाहपुरा |शाहपुरा के युवा फड़ चित्रकार विजय जोशी की मुंबई के जहांगिर आर्ट गैलेरी में कला प्रदर्शनी चल रही है। इसमें देश व दुनियां के कई देशों के लोगों की आवाजाही लगी है। आने वाले शाहपुरा शैली की फड़ चित्रकारी की प्रशंसा कर चित्रकार को साधुवाद दे रहे है। यह कला प्रदर्शनी 20 नवम्बर तक चलेगी।
चित्रकार विजय जोशी के अनुसार फड़ चित्रण का उदय मेवाड़ राज्य में 700 वर्ष पूर्व माना जाता है। कपड़े पर प्रचलित लोक गाथाओं का चित्रण को पुरातन पट्ट चित्रण कहते हैं। इस चित्रण को राजस्थानी भाषा में फड़ कहते हैं। फड़ चित्रकारी ने शाहपुरा को देश-विदेश में अलग पहचान दिलाई है। शाहपुरा की फड़ पेंटिंग देशी-विदेशी सैलानियों को भी आकर्षित कर रही है। इस परिवार का कोई भी सदस्य शाहपुरा से बाहर इस चित्रकारी के कार्य को नहीं कर रहा है। वैसे देश में फिल्मी हस्तियों के बंगलों सहित नामी भवनों में भी ये पेंटिंग शोभा बढ़ा रही है। ऐसी कलाकृतियां तैयार करने वाले शाहपुरा के जोशी परिवार को कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
युवा फड़ चित्रकार विजय जोशी के पिता राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शांति लाल जोशी प्रथम विश्व युद्ध, अशोक महान, गीता सार पर फड़ तैयार कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि फड़ चित्र लोक गाथाओं का चित्रण है, जिसे भोपा और भोषी द्वारा वाध्ययंत्र द्वारा कहानी को गाकर बताया जाता है।
जोशी ने ही सबसे पहले अंग्रेजी फड़ की शुरुआत की
विजय जोशी द्वारा लोक गाथाओं के अलावा धार्मिक फड़, दंत कथाओं सहित ऐतिहासिक विषयों पर शाहपुरा फड़ शैली में चित्रांकन किया है। हिंदी व अंग्रेजी में दुर्गा चालीसा, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड के साथ महाभारत, शिव चालीसा, सत्यनारायण कथा, गीत गोविंद पर फड़ तैयार कर चुके हैं। जोशी ने ही सबसे पहले अंग्रेजी फड़ की शुरुआत की।
विजय जोशी शाहपुरा शैली के फड़ कलाकारों के वंश से हैं। उनका परिवार पीढ़ियों से इस कला का अभ्यास शाहपुरा में ही कर रहा है, और विजय ने इस परंपरा को अटूट समर्पण के साथ जारी रखा है। हालाँकि, जो चीज उन्हें अलग करती है, वह इस पारंपरिक कला रूप की सीमाओं के भीतर प्रयोग और नवाचार करने की उनकी इच्छा है। विजय जोशी ने समसामयिक विषयों को अपने काम में शामिल किया है। विजय जोशी ने फड़ कला शैली में बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन का चित्रण करके दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया है।