अरवड़ में केसर री मनुहार का हुआ आयोजन पूरे वर्ष के शोकाकुल परिवार का केसर युक्त पानी पिलाकर तुड़वाते हैं शोक
बुधवार, 15 नवंबर 2023
अरवड़ गांव में वर्षों से ऐसी परंपरा का निर्वहन किया जा रहा हैं, जिसमें दीपावली से दीपावली के मध्य एक वर्ष की अवधी में गाँव के किसी भी परिवार में किसी सदस्य की मृत्यु हुई हो। उस परिवार के सदस्यों को गाँव की हथाई पर बुलाकर शोक संतप्त परिवार का शोक केसर युक्त पानी पिलाकर तुड़वाया जाता हैं। यह परंपरा पिछले 100 वर्षों से संचालित हैं।
फूलियाकलां| फूलियाकलां उपखण्ड क्षेत्र के अरवड़ गांव में गोवर्धन पूजा के दिन वर्षो पुरानी परंपरा का आयोजन हुआ। अरवड़ गांव के गढ़ में करीब 100 वर्षो से ऐसी परंपरा जारी हैं। जिसमें गांव के किसी भी परिवार में इस वर्ष की अवधी में परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु होने से शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को बुलाया जाता हैं। और गांव की हथाई पर ग्रामीण इकट्ठा होकर केसर का पानी पिलाकर शोक तुड़वाते हैं।
अरवड़ गांव में राजपूत परिवार भंवर सिंह, कानसिंह कानावत अपनी प्राचीन परंपरा अनुसार निर्वाहन कर रहे हैं। इस दौरान बैल पूजन के पश्चात गांव की हथाई पर सभी समाज के लोग बैठते हैं। और शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देकर केसर युक्त पानी पिलाकर शोक तुड़वाते हैं। जिसे "केसर री मनवार" कहा जाता हैं।
इन दौरान गांव के सुख दुख में शामिल होने का संदेश दिया जाता हैं।