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खेजड़ी आयुर्वेद चिकित्सालय में वायरल फीवर व H3N2 वायरस के प्रकोप की रोकथाम हेतु काढा वितरण किया गया!

खेजड़ी आयुर्वेद चिकित्सालय में वायरल फीवर व H3N2 वायरस के प्रकोप की रोकथाम हेतु काढा वितरण किया गया!

गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव) 
क्षेत्र में बढ़ रहे हैं बुखार ,खाँसी और वायरल फीवर के मरीज़ों की संख्या को देखते हुए राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय खेजड़ी में आयुर्वेदिक औषधियों द्वारा  निर्मित काढ़े का निशुल्क वितरण किया गया ! 
डॉ विजय वैष्णव ने बताया की मौसम में हो रहे परिवर्तन की वजह से वायरल फीवर , खांसी, जुखाम के मरीजों में वृद्धि हुई हे,
जिसके तहत वायरल की रोकधाम के लिए काढ़ा वितरण किया गया, जिसमे 480 छात्र व छात्राओ ने काढा पिया, साथ ही 200 ग्रामीणों ने भी काढा पिया! 
खेजड़ी सरपंच प्रतिनिधि दिलीप सिंह राठौड़ ने बताया कि  आयुर्वेद से ही स्वस्थ जीवन संभव है आयुर्वेद औषधियाँ बिना किसी दुष्प्रभाव के बीमारी को जड़ से ख़त्म करती है पता है आयुर्वेद जीवनशैली अपनानी चाहिए! डॉ विजय वैष्णव ने स्कूली बच्चों और ग्रामीणों को मौसमी बीमारियों एवं वायरस से बचाव व रोकधाम के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान की! 
इस दौरान डॉक्टर विजय वैष्णव ,कंपाउंडर महावीर जांगिड़ ,योग प्रशिक्षक अक्षय वैष्णव, दिव्या शर्मा ने विधि पूर्वक आयुर्वेदिक औषधीय काढ़े का निर्माण किया एवं काढ़ा वितरण किया गया! 
H3N2 के क्या लक्षण हैं?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, मनुष्यों में एवियन, स्वाइन और अन्य जूनोटिक इन्फ्लुएंजा संक्रमण से सांस लेने में तकलीफ होना, ऑक्सीजन लेवल 93 से कम होना, छाती और पेट में दर्द और दबाब महसूस होना, बहुत ज्यादा उल्टी, मरीज के कंफ्यूज रहने या भ्रमित रहने और बुखार-खांसी रिपीट होना है!

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