मालासेरी न म्हारों प्रणाम, गुर्जर समाज शोर्य पराक्रम व देशभक्ति का पर्याय रहा है-प्रधानमंत्री मोदी
शनिवार, 28 जनवरी 2023
गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार दोपहर आसींद मालासेरी डूंगरी पहुंचकर भगवान श्री देवनारायण के 1111 जयंती समारोह में हुए शरीक़, मंदिर में भगवान श्री देवनारायण के दर्शन किये एवं पूजा अर्चना की तथा विष्णु यज्ञ में आहूति दी! मंदिर के मुख्य पुजारी हेमराज पोसवाल ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया एवं भगवान श्री देवनारायण से जुड़ी जानकारी दी! प्रधानमंत्री मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं राजकीय यात्रा पर नहीं, बल्कि धार्मिक यात्रा एक साधारण यात्री के रूप में भगवान श्री देवनारायण की जयंती महोत्सव में भगवान व आप सभी के दर्शन के लिए आया हूँ!प्रधानमंत्री मोदी की मालासेरी यात्रा धार्मिक व सियासी संदेश वाली ही रही। गुर्जर समाज की संस्कृति व राष्ट्र उत्थान के लिए की भूमिका को याद दिलाकर समाज को एकजुट होकर राष्ट्र निर्माण में आगे आने का सियासी संदेश जरूर दे दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने मालासेरी न म्हारों प्रणाम कह कर सभा को गदगद कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने मालासेरी से कमल संदेश दिया, कहा कि भगवान देवनारायण का जन्म कमल पर हुआ, संयोग है, जी 20 के लोगो में भी कमल पर पृथ्वी समाहित है, ओर हमारी तो पैदाइश ही कमल के साथ है।
प्रधानमंत्री मोदी का मालासेरी डूंगरी में सभा स्थल पर मन्दिर के मुख्य पुजारी हेमराज पोसवाल ने साफा बांध कर किया स्वागत किया व सवाई भोज के महंत सुरेशदास महाराज ने शॉल ओढ़ा कर सम्मान किया एवं पुजारी पोसवाल ने प्रधानमंत्री को जयपुर से निर्मित भगवान देवनारायण की चांदी से निर्मित कमल पर प्रतीकात्मक भगवान देवनारायण की मूर्ति भेंट की।
सभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देवानारायण भगवान को बुलावा आया तो मैं भी यहां आ गया। यहां अभी तक कोई प्रधानमंत्री नहीं आया है। मैं, पूरे विरक्त भाव से आप की ही तरह एक यात्री के रूप में आशीर्वाद लेने आया। मै यहां विश्व कल्याण, देश व आम जन की खुशहाली की कामना लेकर आया हूं। अनवरत राष्टसेवा व गरीबो के कल्याण के लिए काम करते रहने का आर्शिवाद लिया है। पीएम मोदी ने कहा कि गुर्जर समाज शोर्य, पराक्रम व देशभक्ति का पर्याय रहा है। 21 वीं सदी का कालखंड भारत के लिए अहम है। ऐसे में समाज को एकजुटता दिखाकर देश के विकास के लिए बढ़ना है।
पीएम मोदी ने भगवान देवनारायण को उर्जा का पुंज बताते हुए कहा कि उन्होंने लोगों के जीवन व संस्कृति की रक्षा की। प्रधानमंत्री मोदी वैश्विक ताकतों पर तंज कसा और कहा कि भारत को तोड़ने की कोशिश कई बार की गई, लेकिन भारत अटल है, अजर है, अमर है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि समाज व देश के कोटि कोटि की शक्ति की वजह से ही हमारी ताकत मजबूत हुई है। उन्होंने भगवान देवनारायण की स्तुति की और समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ व एकजुटता पर उनके योगदान को नमन किया। देवनारायण के प्रति समाज के हर वर्ग में श्रद्धा एवं आस्था है। इस लिए वह आज भी परिवार की मुखिया की तरह है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें अपनी विरासत पर गर्व करना चाहिए, गुलामी की मानसिकता को भूलाते हुए विकास व बदलाव के पथ पर बढ़ते रहना चाहिए। उन्होंने राजस्थान के शौर्य व बलिदान को प्रणाम किया और कहा कि तेजाजी, पाबू, गोगाजी, जननायकों ने हमेशा देश को रास्ता दिखाया है। इसमें भी गुर्जर समाज का अपना अहम योगदान है। समाज ने शौर्य के प्रहरी की भूमिका निभाई। उन्होंने रामबाई व पन्नाधाय को भी याद किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इककससी सदी का यह कालखंड विकास के लिए अहम है। आज पूरी दुनियां भारती की तरफ पूरे उम्मीद से देख रही है, भारत ने जिस प्रकार से अपना दमखम दिखाया है, उसने इस धरती का भी गौरव बढ़ाया है। भारत आज डंके की चोट कहता है। विदेशाों पर आत्म निर्भरता कम कर रहा है। भगवान देवनाराण के आशीर्वाद से हम अपना परमच समूचे विश्व में लहराएंगे।
इससे पूर्व हेलीपेड़ पर पीएम मोदी का केन्द्रिय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, भाजपा प्रभारी चंद्रशेखर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां, भीलवाड़ा सांसद सुभाष बहेड़िया, कर्नाटक राज्यपाल के ओएसडी शंकरलाल गुर्जर ने अगवानी की। शाहपुरा विधायक कैलाश मेघवाल, विठलशंकर अवस्थी, गोपीचंद मीणा, जब्बरसिंह सांखला, पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर, सभापति राकेश पाठक, भाजपा जिला अध्यक्ष लादूलाल तेली, रोशन मेघवंशी ने स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी की सभा में लगभग तीन लाख लोग शामिल हुए! सभा में देश के विभिन्न भागों से गुर्जर समाज सहित अन्य समाजों से लोग पहुंचे। ग्रमाीण परिवेश में महिला पुरूष देवनारायण के भजन गाते हुए पहुंचे। इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी, हजारों की संख्या में पुलिस जवान अधिकारी मौजूद थे!