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एमबीएम विश्वविधालय के आर्किटेक्ट कमलेश कुम्हार को मिला बेस्ट रिसर्चर इन आर्किटेक्चर फील्ड पुरुस्कार!

एमबीएम विश्वविधालय के आर्किटेक्ट कमलेश कुम्हार को मिला बेस्ट रिसर्चर इन आर्किटेक्चर फील्ड पुरुस्कार!

  गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव) जोधपुर एमबीएम    विश्वविद्यालय के आर्किटेक्ट कमलेश कुम्हार को मिला बेस्ट रिसर्चर इन आर्किटेक्चर फील्ड पुरुस्कार! 
जोधपुर एमबीएम विश्वविद्यालय के वास्तुकला एवं नगर नियोजन विभाग के सहायक प्रोफेसर आर्किटेक्ट कमलेश कुम्हार को उनके विशिष्ट कार्यों एवं रिसर्च के लिए इनस्पिरा रिसर्च एसोसिएशन (आईआरए) के प्रतिष्ठित पुरस्कार बेस्ट रिसर्चर इन आर्किटेक्चर फील्ड से सम्मानित किया गया है। आर्किटेक्ट कुम्हार  को 7 जनवरी को इनस्पिरा के मुख्यालय जयपुर में शेखावटी विश्वविध्यालय के कुलपति प्रो. भागीरथ सिंह, एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो. एस.एस. मोदी, कॉन्फ्रेंस के संयोजक डॉ. रविकांत मोदी एवं अन्य शिक्षाविदों ने संयुक्त रूप से प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर पुरुषकृत किया। इनस्पिरा रिसर्च एसोसिएशन (आईआरए) द्वारा एस.एस. पारिक पीजी महिला महाविध्यालय, जयपुर में आयोजित 2 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय बहु-विषयक कॉन्फ्रेंस में देश विदेश से अनेक शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया था। कॉन्फ्रेंस में कुल चार तकनीकी सत्रों में 70 से अधिक शोध पत्रों का वाचन किया गया। आर्किटेक्ट कुम्हार ने भारत की सामाजिक स्थिरता में वास्तुकला की भूमिका पर आधारित शोध पत्र प्रस्तुत किया एवं सामाजिक स्थिरता को प्रभावित करने वाले कारणों: आर्थिक, पारिस्थितिक एवं सामाजिक कारकों पर प्रकाश डाला और इसके निदान पर चर्चा की।
उन्होंने बताया की शहर में होने वाले भौतिक और सामाजिक परिवर्तन को समझते हुए एवं उन्हे ध्यान में रखते हुए एक वास्तुकार को शहरी विकास परियोजनाओ को प्रस्तावित करना चाहिए। वास्तुकला के माध्यम से ही एक शहर को सोशल सस्टैनबिलिटी से डिजाइन किया जा सकता है। आर्किटेक्ट कुम्हार को यह सम्मान उनके द्वारा सामाजिक स्थिरता और शहरी परिवर्तन में वास्तुकला की भूमिका पर की गई रिसर्च के लिए दिया गया। एमबीएम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजय कुमार शर्मा ने आर्किटेक्ट कमलेश कुम्हार को सम्मान मिलने पर हर्ष व्यक्त किया है और विश्वविध्यालय के शिक्षकों को ऐसे ही बेहतर प्रदर्शन करते रहने के लिए शुभकामनाये दी है।

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