सकल जैन समाज ने श्री सम्मेद शिखर तीर्थ बचाओं आंदोलन के तहत ज्ञापन सौंपा!
शुक्रवार, 16 दिसंबर 2022
गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव) स्थानीय सकल जैन समाज द्वारा सुबह शाश्वत तीर्थ श्री सम्मेद शिखर जी को वन्य जीव अभ्यारण का एक भाग घोषित कर इको सेंसिटिव जॉन के अंतर्गत पर्यावरण पर्यटन व अन्य गैर धार्मिक गतिविधियों की अनुमति देने वाली अधिसूचना क्र. 2795 (ई) जारी करने के विरोध में मोन जुलूस निकाल कर अधिसूचना को निरस्त करने को मांग करते हुए उपखण्ड अधिकारी विनोद कुमार मीणा को ज्ञापन दिया। जुलूस जैन स्थानक से आरम्भ हुआ जिसमे सकल जैन समाज के बालक, बालिकाएं, महिलाए व पुरुष हाथो में जैन ध्वज के साथ चल रहे थे। उपखंड अधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर सकल जैन समाज के पदाधिकारियों द्वारा उपखंड अधिकारी को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया की सम्मेद शिखर जी की पवित्रता और स्वतंत्र पहचान को नष्ट करने के लिए झारखण्ड सरकार की अनुसंशा पर केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा जारी गजट को रद्द करवाकर पर्वतराज और मधुबन को पवित्र जैन तीर्थस्थल घोषित करने की सरकार से मांग की। ज्ञापन के माध्यम से जैन धर्म के बीस तीर्थंकरो एवं करोड़ो मुनियों की निर्वाण स्थली होने के कारण श्री सम्मेद शिखर जी का कण-कण समस्त जैन समाज के लिए पूजनीय एवं वंदनीय है। शाश्वत जैन तीर्थराज श्री सम्मेद शिखर जी के संरक्षण, पवित्रता और स्वतंत्र पहचान देने की मांग की गई। ज्ञापन देने वालों में सकल जैन समाज की सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों सहित जैन धर्मावलंबी मौजूद थे।