लंपी रोग ग्रसित पशुओं के बहेतरीन इलाज करने वाले पशु चिकित्सकों का सम्मान किया गया!
मंगलवार, 11 अक्टूबर 2022
गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव) अहिंसा प्रचार समिति अटला जी एवं महावीर इंटरनेशनल द्वारा पूज्य गुरुवर्या 1008 श्री ज्ञान लता जी म. सा.की 50 वी दीक्षा स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष में गोवंश में फेली लंपी बीमारी को लेकर उत्कृष्ट सेवाओं के लिए हुरडा ब्लाक के पशु चिकित्सको एवं पशुधन सहायकों का सम्मान किया गया! सम्मान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंचायत समिति हुरडा प्रधान कृष्ण सिंह राठौड़, संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग दुर्गा लाल, भामाशाह उमेद सिंह नाबेडा, समिति अध्यक्ष सुखराज चोरडिया ,वरिष्ठ जन इंद्र चंद्र टेलर, उपाध्यक्ष नरेंद्र कुमार बाफना के आथित्य में पशु चिकित्सा का सम्मान एवं प्राथमिक उपचार किट वितरण अटला जी महाराज देवस्थान पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।
संस्था के पदाधिकारीयो द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत सम्मान कर फतेह लाल कांठेड़ ने बताया कि गोवंश में फैली बीमारी को लेकर क्षेत्र के भामाशाहो एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा हुरडा ब्लाक में शिविर लगाकर 3217 पशुओं का इलाज किया गया तथा 1328 पशु पालकों को प्राथमिक उपचार हेतु पशुओं को दर्द निवारक ,भूख, जख्म दवाई
किट वितरण किए गए।
प्रधान राठौड़ ने गोवंश में फैली लंपी रोग के प्राथमिक उपचार एवं उनकी सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर रहने वाले हुरडा ब्लॉक के समस्त पशु चिकित्सा कर्मचारियों, गौ माता की सेवा के लिए बढ़-चढ़कर सहयोग करने वाले सभी भामाशाहो एवं सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हुए पदाधिकारियों का धन्यवाद प्रकट करते हुए बताया कि मनुष्य हो या पशु जब जब भी किसी भी प्रकार की विपदा आई है तो व्यक्तियो ने संगठित होकर सेवा कार्य किया हे । पशु चिकित्सक कर्मियों से अपने कार्य के प्रति इसी प्रकार निष्ठावान होकर कर्तव्यों का निर्वहन करने की अपील की। पशुपालन संयुक्त निदेशक दुर्गा लाल ने अपने संबोधन में बताया कि गौ माता की सेवा के लिए किए गए अनुकरणीय कार्य का प्रतिफल भगवान आपको जरूर देगा। विभागीय टीम एवं सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हुए पद के पदाधिकारियों की सूझबूझ एवं जागरूकता के कारण ही दूसरे जिलों के वनस्पतिक भीलवाड़ा जिले में पशुधन का नुकसान कम हुआ है ।अहिसा प्रचार समिति के अध्यक्ष चौधरी ने सभी का धन्यवाद का आभार प्रकट किया। इस दौरान डॉक्टर जितेंद्र कटिहार, डॉ मुकेश माली, समाजसेवी केडी मिश्रा ,प्रमोद कुमार टेलर, देवकरण बेरवा ,पशुधन सहायक श्याम सुंदर शर्मा ,बजरंग मनावत, गोविंद गुर्जर आदि मौजूद थे ।