-->
असहाय,विधवा व विकलांग गट्टू बाई मकान का  पुश्तैनी पट्टा बनवाने के लिए 4 साल से काट रही चक्कर

असहाय,विधवा व विकलांग गट्टू बाई मकान का पुश्तैनी पट्टा बनवाने के लिए 4 साल से काट रही चक्कर



-जिला कलक्टर के आदेश को भी सम्बंधित कार्मिक नहीं दे रहे तवज्जो
बिजौलियां(जगदीश सोनी)।नौकरशाहों के गैर जिम्मेदाराना रवैये के चलते आमजन के मामूली और वाजिब काम भी समय पर नहीं होने और बार-बार दफ्तरों के चक्कर कटवाने से लोगों को कितनी तकलीफ उठानी पड़ती हैं,शायद इस बात का अंदाजा  जनता के खून-पसीने की कमाई से पगार पाने वाले इन कर्मचारियों को नहीं हैं।ऐसा ही लापरवाही का मामला बिजौलियां कस्बे में देखने को मिला हैं।कस्बे के केसरगंज निवासी असहाय,विधवा व विकलांग महिला गट्टू बाई के द्वारा बिजौलियां ग्राम पंचायत में चार साल पूर्व 20 अगस्त 2018 को अपने मकान का पुश्तैनी पट्टा बनवाने के लिए आवेदन किया गया था।लेकिन तब से लेकर आज तक गट्टू बाई  ग्राम पंचायत कार्यालय के कई बार चक्कर काट चुकी हैं।लेकिन पुश्तैनी पट्टा नहीं मिल पाया।पट्टे के लिए जिला कलक्टर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद भीलवाड़ा,उपखण्ड अधिकारी और विकास अधिकारी बिजौलियां से भी पट्टा दिलवाने के लिए कई बार गुहार लगा चुकी हैं।जिला कलक्टर कार्यालय द्वारा विगत 19 जुलाई को बिजौलियां विकास अधिकारी को इस सम्बंध में पत्र भेज कर पुश्तैनी पट्टा बनाने के लिए आदेशित भी किया गया।वहीं जिला कलक्टर कार्यालय से प्राप्त पत्र की अनुपालना में बिजौलियां उपखण्ड अधिकारी द्वारा भी 27 जुलाई को विकास अधिकारी को पत्र प्रेषित किया गया।लेकिन इसके बावजूद भी गट्टूबाई को आज तक पट्टा नसीब नहीं हो पाया हैं।आमजन की तकलीफों से बेपरवाह ये सरकारी कारिंदे जब जिला कलक्टर के आदेश को ही हवा में उड़ाने लगे तो इससे बड़ी लाल फीताशाही की मिसाल और क्या होगी?लगातार मानसिक आघात  झेलते हुए बीमार हो कर बिस्तर पर पड़ी गट्टू बाई की पुत्रियों द्वारा बुधवार को भी ग्राम पंचायत कार्यालय और पंचायत समिति कार्यालय में पुश्तैनी पट्टा बनाने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया हैं।

Ads on article

Advertise in articles 1

advertising articles 2

Advertise under the article