मातृकुंडिया बांध में पानी की जोरदार आवक जारी, बनास नदी और मैजा फिडर में छोड़ा जा रहा पानी
मंगलवार, 23 अगस्त 2022
राशमी । उपखण्ड क्षेत्र के साढ़े 22 फीट की भराव क्षमता वाले मातृकुण्डिया बांध के चार गेट 20-20 सेंटीमीटर बुधवार तड़के तक खुले रहे । जिनसे बनास नदी में पानी छोड़ा जा रहा हैं । वही बांध के जलग्रहण क्षेत्र से हो रही पानी की आवक एवं जलस्तर 22.50 फीट को मेंटेन रखते हुए शेष पानी बनास में छोड़ा जा रहा हैं । मातृकुण्डिया बांध के रविवार को लबालब होने के साथ ही अपरान्ह 3.21 बजे 4 गेट खोले गए थे । दो गेट बाद में बंद कर दिए गए । रात्रि 9.30 बजे 5 गेट खोले गए । जो सोमवार को सवेरे बंद किए गए । इसके बाद प्रातः 11.15 बजे 4 गेट 20-20 सेंटीमीटर खोले गए जो बुधवार तड़के तक खुले रहे । बांध का गेज 468.50 यानि 22.50 फीट मेन्टेन रखा जा रहा हैं । दूसरी ओर बांध से बनास नदी में जा रही जल राशि से मातृकुण्डिया , देवपुरा , गेगपुरा , राशमी और उपरेड़ा एनीकट लबालब होकर छलक गए । दूसरी ओर क्षेत्र के 25 किलोमीटर की परिधी से गुजर रही बनास नदी में करीब एक दर्जन एनीकट बने हुए हैं । जिनमें से पांच एनीकट सोमवार को छलक गए । मंगलवार सुबह को पहुनां एनीकट छलक गया । मातृकुण्डिया बांध में आगे से जारी आवक से क्षेत्र के अन्य एनीकट के भी जल्द ही छलकने की संभावना जताई जा रही हैं । उपखण्ड क्षेत्र में बनास नदी में बने एनीकट के छलकने से भूजल स्तर बढ़ने से पानी की समस्या से ग्रामीणों ओर किसानों को काफी हद तक राहत मिलेगी । साथ ही क्षेत्र के गुरजनिया , मातृकुण्डिया , देवपुरा , नोहरा , कीरखेड़ा , राशमी , बख्तावरपुरा , उपरेड़ा , सोमी , सांखली सहित नदी के समीप स्थित कई गांवों को इसका सीधा लाभ मिलेगा । इधर , देवपुरा , गेगपुरा , राशमी , पहुनां एनीकट के छलकने के नजारे को देखने लोगों की भीड़ उमड़ी रही । कार्यवाहक थाना अधिकारी देवेन्द्रकुमार ने बताया कि क्षेत्र के एनीकट कम काजवे के लबालब होकर छलकने एवं काजवे पर आवाजाही की संभावना को देखते हुए पुलिस लगातार पेट्रोलिंग कर रही हैं । एसएचओ ने लोगों से नदी के बहाव क्षेत्र से दूर रहने एवं रात्री के समय नदी के रास्तों की ओर नही निकलने की अपील की हैं । उन्होंने बताया कि बांध के गेट कभी भी खोले एवं बंद किए जा सकते हैं , ऐसे में नदी क्षेत्र के समीप बसे गांव के लोग पूरी सर्तकता बरतें ।