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ओझा की बावड़ी का निखरा स्वरूप, प्राचीन बावड़ी की युवाओं की सफाई।

ओझा की बावड़ी का निखरा स्वरूप, प्राचीन बावड़ी की युवाओं की सफाई।

ओझा की बावड़ी का निखरा स्वरूप

प्राचीन बावड़ी की युवाओं की सफाई

मेवाड़ न्युज @ बस्सी चित्तौड़गढ़ से रतन हंसराज

बस्सी कस्बे में स्थित तेजाजी मंदिर के पास ओझा की बावड़ी की सफाई 
सारस्वत ब्राह्मण समाज के युवाओं द्वारा की गई।
समाज के रवि ओझा ने बताया कि समाज के वरिष्ठ गिरधारी लाल ओझा के निर्देशन में युवा नेता नयन ओझा के नेतृत्व में युवाओं ने प्राचीन बावड़ी सफाई की।

नयन ओझा ने बताया कि ओझा की बावड़ी का निर्माण करीब 400 वर्ष पहले कराया गया था। 
वर्षों पहले गाँव के लिए पेयजल का मुख्य स्रोत भी ये ही बावड़ी थी। 
गाँव के सैकड़ों युवा इसी बावड़ी मे तैरना सीखें है । पिछले लॉकडाउन मे समाज जनों ने बावड़ी की मरम्मत करवाई थी।
इस साफ-सफाई में समाज के वरिष्ठ गिरधारी लाल ओझा, रवि ओझा, गोविंद ओझा, अशोक ओझा, अर्जुन ओझा, हर्ष ओझा, केशव ओझा, आयुष ओझा आदि समाज के युवाओं ने सफाई में योगदान दिया।

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