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यज्ञ से प्रसन्न होते हैं परमात्मा,विश्व कल्याण के निमित्त लगती हैं यज्ञ में दी गई एक-एक आहुति

यज्ञ से प्रसन्न होते हैं परमात्मा,विश्व कल्याण के निमित्त लगती हैं यज्ञ में दी गई एक-एक आहुति



बिजौलियां(जगदीश सोनी)।108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में तीसरे दिन गुरुवार को भी बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं द्वारा यज्ञ में भाग लेकर गायत्री महामंत्र से 24 हजार आहुतियां प्रदान की गई।साथ ही विश्व से  महामारी नाश के लिए महामृत्युंजय मंत्र की आहुतियां भी दी गई।यज्ञ में भाग लेने वालों की संख्या अधिक होने से यज्ञ दो पारियों में सम्पन्न हुआ। देव मंच पर आसीन शांतिकुंज हरिद्वार से आई टोली द्वारा पुसंवन संस्कार, नामकरण संस्कार, अन्नप्राशन संस्कार, मुंडन संस्कार, विद्यारंभ संस्कार और जन्म दिन   संस्कार सम्पन्न करवाए गए।टोली नायक संदीप पांडेय ने  यज्ञ का महत्व बताते हुए कहा कि यज्ञ ऐसा पावन कार्य हैं जिससे परमात्मा प्रसन्न होते हैं।जब कभी हम यज्ञ करते हैं तो परमात्मा के सहचर बन कर सृष्टि के संतुलन में योगदान करते हैं।यज्ञ से संसार का कल्याण होता हैं।यज्ञ में दी गई एक-एक आहुति विश्व कल्याण के लिए लगती हैं।आज संसार में शांति,भाईचारे और मानवता की आवश्यकता हैं।इन भावों को हम यज्ञ के माध्यम से समर्पित करते हैं।साथ ही टोली नायक संदीप पांडे ने जन्म से लेकर मृत्यु पर्यंत सोलह संस्कारों के बारे में बताते हुए पुंसवन संस्कार को सबसे महत्वपूर्ण और श्रेष्ठ सन्तति की प्राप्ति के लिए आवश्यक बताया।गायत्री महायज्ञ में भाग लेने आए कोटा संभागीय आयुक्त दीपक नन्दी और  गायत्री शक्तिपीठ कोटा के मुख्य संरक्षक जीडी पटेल का  गायत्री परिवार बिजौलियां द्वारा माला और साफा पहनाकर स्वागत किया गया। रात्रि को युग संगीत,प्रवचन  और  5100 दीपों से गायत्री दीपयज्ञ आयोजन किया गया।गुरु दीक्षा और यज्ञोपवीत संस्कार शुक्रवार को सम्पन्न करवाए जाएंगे।पूर्णाहुति में लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला,भीलवाड़ा सांसद सुभाष बहेड़िया और चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी भी भाग लेंगे।

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