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विद्यालयों में पोषाहार बनाने वाले कुक कम हेल्पर को 10 माह से मानदेय नहीं मिला , बना आर्थिक संकट

विद्यालयों में पोषाहार बनाने वाले कुक कम हेल्पर को 10 माह से मानदेय नहीं मिला , बना आर्थिक संकट

राशमी। (कैलाश चन्द्र सेरसिया )उपखंड क्षेत्र की सरकारी स्कूलों में पोषाहार बनाने वाले कार्यरत कुक कम हेल्पर्स को अब काफी समय से आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है । कई वर्षों से अपने मानदेय वृद्धि के लिए संघर्षरत कुक कम हेल्पर को विगत 10 महीने का मानदेय भी नहीं मिला है , जिससे गत दिनों त्योहारी सीजन में इनकी आर्थिक तंगी बनी रही । सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए पोषाहार तैयार करने का कार्य करने वाली कुक कम हेल्पर को पिछले 10 माह से वेतन नहीं मिला , जिसके चलते उन्हें आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ रहा है । राज्य सरकार द्वारा मात्र 1452 रुपए प्रतिमाह के अल्प मानदेय में रसोई में गर्मी के पास तपकर सेवा देने वाली कुक कम हेल्पर को करीब 10 माह से अब तक मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है ।

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