जलापूर्ति व्यवस्था सुधारने के नाम पर बिजली कटौती की थोथी कवायद
बुधवार, 20 अप्रैल 2022
बिजौलियां(जगदीश सोनी)।गर्मी की शुरुआत होते ही जलदाय विभाग की मांग पर कस्बे में जलापूर्ति के दौरान बिजली कटौती करने की परंपरा लम्बे अरसे से चली आ रही हैं।इस बार भी एक दिन 6 से 7.30 व दूसरे दिन 7.30 से 9 बजे तक डेढ़ घण्टे की बिजली कटौती की घोषणा की गई हैं। कटौती के पीछे जलदाय विभाग का तर्क होता हैं कि गर्मी में लोग बूस्टर चला कर पानी खींचते हैं इससे अन्य लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता हैं। लेकिन जलदाय विभाग की ये कवायद पूरी तरह से नाकामयाब साबित होती आई हैं।क्योंकि कस्बे के अधिकांश लोग जिनके पास इन्वर्टर हैं वो बिजली बंद होने पर भी इनवर्टर से बूस्टर चला कर पानी खींचते है।ऐसे में समस्या जस की तस बनी रहती हैं और बिजली कटौती करने का कोई फायदा नहीं मिल पाता है।जलदाय विभाग अगर इन्वर्टर से बूस्टर चलाने वालों के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए बूस्टर जब्त करने की कार्रवाई के साथ ही पर्याप्त प्रेशर से सप्लाई शुरू कर दे तो जलापूर्ति के दौरान बिजली कटौती की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। समस्या की मुख्य जड़ हैं कम प्रेशर से जलापूर्ति,जब तक इसका हल नहीं होगा तब तक परेशानियां बरकरार रहेगी। वहीं कस्बे में करीब डेढ़ वर्ष पूर्व शुरू हुआ चंबल परियोजना की पाइप लाइन डालने का कार्य लगभग पूरा हो चुका हैं।लेकिन इस नई पाइप लाइन से फिलहाल जलापूर्ति होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।लोगों को उम्मीद हैं कि इसके बाद शायद पानी की समस्या से निजात मिल जाए ।